VIDEO : जवानों पर गांव में घुसकर मारपीट करने का आरोप, महिला को नक्सली बताकर उठा ले गए

तोपचंद, दंतेवाड़ा। जिले के एक आदिवासी गांव में सुरक्षाकर्मियों ने घुसकर जमकर ग्रामीणों के साथ मारपीट की है । ग्रामीणों का आरोप है कि जवानों ने बच्चे और बूढों तक नहीं बख्सा है और तो और गांव से 20 मुर्गी और भीमे दीदी को भी अपने साथ उठाकर ले गए हैं। हालांकि इन आरोपों को दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बेबुनियाद बताया है।
मामला दंतेवाड़ा के काकारी-नहाड़ी का है, यहां शनिवार को सुरक्षाकर्मियों ने गांव में घुसकर ग्रामीणों के साथ मारपीट की। जवानों इतने निर्दयी हुई कि महिला, बच्चे और बूढों को तक नहीं छोड़ा। ग्रामीणों के बीच भय बनाने के लिए हवाई फायरिंग की। लगभग डेढ़ घंटे गांव में उत्पात मचाने के बाद गांव की भीमे दीदी, एक नाबालिग बच्ची और 20 मुर्गियां लेकर गांव से चले गए। तकरिबन तीन किलोमीटर जाने के बाद नाबालिग बच्ची को छोड़ा, जिसके बाद वह अपने गांव वापस आ गई। हालांकि बच्ची ने अपने साथ मारपीट के अलावा कोई भी गलत हरकत का आरोप जवानों पर नहीं लगाया है।
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इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा जवानों पर लगाया गया आरोप नक्सल प्रायोजित है। नक्सलियों के कहने पर ग्रामीण यह आरोप जवानों पर लगा रहे है और अगर सही में मारपीट हुई है तो प्रार्थी आकर शिकायत कर सकते हैं, अगर जवान दोषी पाए गए तो उन पर आवश्यक कार्रवाई होगी। डॉ. पल्लव ने कहा है कि भीमे के खिलाफ हमारे पास वारंट है, उसके खिलाफ मामले दर्ज है। जबकि ग्रामीणों ने भीमे के नक्सली होने की बात पर इनकार किया है।