विधानसभा ब्रेकिंग – राईस मिलों की पंजीयन की प्रक्रिया को लेकर हुआ सवाल, पढ़िए मंत्री का जवाब

तोपचंद, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के नौंवे दिन राईस मिलों की पंजीयन की प्रक्रिया को लेकर मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बाँधी ने सवाल किया।
इस पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब दिया, खाद्य विभाग के निरीक्षक और सहायक निरीक्षक मिलों का भौतिक सत्यापन करते हैं, पंजीयन के लिए जो दस्तावेज लगते हैं, उनमें उद्योग विभाग से जारी उद्यम आकांक्षा नंबर, टिन और पेन कार्ड, बिजली बिल, मंडी लाइसेंस, पार्टनरशिप प्रमाण पत्र और बैंक पास बुक लगते हैं।
बांधी ने कहा – इस प्रक्रिया में पंजीयन करते वक़्त ही मिलरों के द्वारा फ़ूड इंस्पेक्टर मीटर का रीडिंग नोट करते हैं, इससे विभाग आंकलन करता है कि मिलर रीसाइक्लिंग तो नहीं करते।
खाद्य मंत्री ने कहा – बिजली बिल का रीडिंग लिया जाता है, सब का लिया गया है, आप कहे तो पढ़ के सुनाता हूँ।
विधानसभा में कृष्णमूर्ति बांधी ने अपने लिखित सवाल में यह भी पूछा था कि वर्ष 2019-20 और 2020-21 में मस्तूरी विधानसभा अंतर्गत कितने राईस मिलरों ने पंजीयन कराया। इस पर खाद्य मंत्री ने अपने लिखित उत्तर में कहा है कि 2019-20 में 17 और 2020-21 में 18 मिलरों ने पंजीयन कराया है।