Vidhansabha Breaking : सदन में बेरोजगारी और अपराध पर विपक्ष ने चाहा स्थगन प्रस्ताव, आसंदी ने किया अस्वीकार.. फिर बरपा हंगामा

तोपचंद, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का सोमवार को पांचवा दिन है, ऐसे में प्रश्नकाल की समाप्ति के बाद विपक्ष के विधयाकों ने शून्यकाल में प्रदेश में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाना चाहा, लेकिन आसंदी ने इसे अस्वीकार कर दिया। जिसके बाद सदन में विपक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित किया गया।
बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने शून्यकाल के दौरान प्रदेश में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने आसंदी से इस मामले में स्थगन के जरिये चर्चा कराने की मांग थी, उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी बहुत है। बेरोजगारी की वजह से भी अपराध बढ़ रहे हैं। कई विभागों में पद खाली है, पुलिस विभाग में ही 50 हजार पद खाली है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि चुनाव के पूर्व जिस तरह से वोट लेने के लिए कांग्रेस ने राजनीति की, लोगों ने विश्वास किया, इंतजार करते रहे लेकिन अब विश्वास ख़त्म होता जा रहा है। अधिकारी-कर्मचारी समयमान वेतनमान के लिए भटक रहे है, अनियमित कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। युवाओं को, महिलाओं को, कर्मचारियों को, किसानों को सरकार ने ठगने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति की पूरी प्रक्रिया एक हफ़्ते में किए जाने की बात सरकार ने की थी, लेकिन दूसरा सत्र आ गया अब तक प्रक्रिया ख़त्म नहीं हुई है। शिवरतन शर्मा ने कहा, सरकार आकंड़ों में भी खेल करने लगी है।
इस बीच विपक्ष ने इन मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए हंगामा कर दिया, जिसके बाद विस उपाध्यक्ष मनोज मंडावी में सदन की कार्यवाही को 5 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।