एंटीलिया केस में फंसे वाझे ने देशमुख के अलावा एक और मंत्री का लिया नाम…जानिए वाझे ने क्या कहा

नेशनल डेस्क, तोपचंद। एंटीलिया केस में एक नया मोड़ आया है। मुंबई के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और परिवहन मंत्री अनिल परब पर गंभीर आराेप लगाए हैं। वाझे ने एनआईए हिरासत में एक चिट्ठी लिखी है। इसमें आराेप लगाया है कि देशमुख ने उसकी मुंबई पुलिस में फिर से बहाली के लिए 2 कराेड़ रुपए मांगे थे। वाझे ने शिवसेना नेता अनिल परब पर कान्ट्रैक्टरों से वसूली करने का दबाव बनाने का भी आराेप लगाया है। हालांकि वाझे के आराेपाें काे खारिज करते हुए मंत्री अनिल परब ने कहा कि चिट्ठी में बेबुनियाद
आराेप लगाए गए हैं।
तीन पेज की चिट्ठी में वाझे का आरोप है कि जब वह निलंबित था, तब अनिल देशमुख ने फोन किया था और फिर से सेवा में बहाल करने के लिए उससे 2 करोड़ रुपए की मांग की थी। वाझे के अनुसार, देशमुख ने बाद में उससे यह भी कहा था कि शरद पवार ने उसे (वाझे) सस्पेंड करने के लिए कहा है। अगर वह 2 करोड़ रुपए दे, तो वह शरद पवार को मना लेंगे। वाझे काे 6 जून 2020 काे मुंबई पुलिस में बहाल किया गया था। उसने यह भी लिखा है कि अनिल देशमुख ने उससे 1650 बार पैसे वसूलने के लिए कहा था।
वाझे ने पहली बार शिवसेना नेता और राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब का नाम लिया है। वाझे ने परब पर बीएमसी के कान्ट्रैक्टर से पैसे वसूलने के लिए दबाव बनाने की बात कही है। लेकिन उसने यह काम करने से मना कर दिया था। वाझे के अनुसार परब ने एसबीयूटी के ट्रस्टियाें से एक मामले में 50 करोड़ रुपए की उगाही करने के लिए कहा था। वाझे ने यह भी लिखा है कि उसने इसकी जानकारी मुंबई पुलिस के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह काे भी दी थी। वाझे के अनुसार, सिंह ने उसे ऐसी किसी भी वसूली में शामिल नहीं होने का आदेश दिया था।
अब सीबीआई करेगी पूछताछ
एनआईए काेर्ट ने सीबीआई काे सचिन वाझे से पूछताछ करने की अनुमति दे दी है। इस संबंध में सीबीआई ने एनआईए कोर्ट में बुधवार काे अर्जी दाखिल की थी। सीबीआई महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही है। इसी मामले में सीबीआई वाझे से पूछताछ करना चाहती है। वहीं एनआईए काेर्ट ने वाझे की हिरासत 9 अप्रैल तक बढ़ा दी है।