धान खरीदी केंद्र में किसान की मौत पर डॉ. रमन सिंह ने पूछा सवाल, कहा – कौन है जिम्मेदार

तोपचंद, रायपुर। राजनांदगांव के ग्राम धुमका (dhumka village) के धान खरीदी केंद्र में किसान की हार्ट अटैक से मौत (former dead) के मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ( ex – chief minister of Chhattisgarh) डॉ. रमन सिंह (dr. Raman singh) ने प्रदेश सरकार (Chhattisgarh Government) के उपर गंभीर आरोप लगाये हैं।
डॉ. रमन का कहना है कि भूपेश सरकार (Bhupesh Government) मृतक किसानों को पागल, नशेड़ी बताकर जिम्मदारी से भाग जाती है। जबकि सरकार की वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, कमिश्नरखोरी, अराजक सिस्टम किसानों की जान लेने पर उतारू है। हर दिन किसानों की मौत की खबर आती है, और @bhupeshbaghel सरकार उन्हें पागल, नशेड़ी बताकर जिम्मदारी से भाग जाती है। राजनांदगांव के इस किसान की मौत का जिम्मेदार कौन है?
.@INCChhattisgarh सरकार की वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, कमिश्नरखोरी, अराजक सिस्टम किसानों की जान लेने पर उतारू है।
हर दिन किसानों की मौत की खबर आती है, लेकिन @bhupeshbaghel सरकार उन्हें पागल, नशेड़ी बताकर जिम्मदारी से भाग जाती है।
राजनांदगांव के इस किसान की मौत का जिम्मेदार कौन है? pic.twitter.com/7bOxIA1lEJ
— Dr Raman Singh (@drramansingh) December 9, 2020
डॉ. रमन ने इसके एक दिन पहले राजनांदगांव के डोंगरगांव ब्लॉक के आसरा गांव में किसान मुलचंद के आत्महत्या मामले में कहा था कि प्रदेश के अनेकों जिले से किसानों के आत्महत्या की खबर आ रही है, किसान कर्ज से परेशान है सरकार ने अभी न्याय योजना की चौथी क़िस्त नहीं दी है, सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बताते चलें कि किसान मूलचंद ने 5000 हजार के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी, हालांकि कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने कर्ज की वजह से किसान की आत्महत्या से इनकार किया था।